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इन लव विथ बिलियनेयर( कॉन्ट्रैक्ट मैरिज ) (भाग-24)

पिछले भाग में आपने पढ़ा था कि ऋषभ, अवनी , विहान ,आदि और आनंद जब घर आ रहे होते है तो देखते है कि सिक्योरिटी गार्ड डरे हुए है ....विहान कार में से  ही  ऋषभ से कहता है ,

विहान - भाई लगता है छोटा ऋषभ आ गया है .....
अवनी -( हैरानी से ) छोटा ऋषभ ......

( वो ऋषभ को घूरने  लगती है जो फोन मे कुछ कर रहा होता है तो अवनी गुस्से में कार से उतर जाती है और घर की तरफ बढ़ते हुए खुद से कहती है ,

अवनी - ये क्या नौटंकी है 😕ये छोटा ऋषभ कौन है ??कहीं ये ऋषभ जी का बेटा तो नहीं .......

( थोड़ी देर शांत होकर ) 

अवनी - नहीं नहीं ऐसा थोड़े हो सकता है ......अगर बेटा होता तो  मुझसे शादी क्यों करते ..... मै भी ना हमेशा फालतू ही सोचती रहती हूं ....

( पीछे से ऋषभ कहता है )

ऋषभ -सत्य वचन ......
( इतना कहकर वो वहां से चला जाता है और पीछे से भागते हुए विहान और आनंद भी ......डोर पर पहुंच कर आनंद कहता है,)
आनंद - भाई मेरे पीठ में अभी से दर्द हो रहा  तो खुद ही डोर ओपन कर लो...
( ऋषभ ...विहान की तरफ मुड़ता है तो वो फटाक से भागकर अवनी के पास चला  जाता है ......ऋषभ फिर डोर ओपन करता है तो  देखता है कि  सामने चेयर पर छोटा ऋषभ  है ......



वो मुस्कुराते हुए अंदर जाता है और उसे गले लगा लेता है .....अवनी जब डोर पर पहुंचकर ये देखती है तो थोड़ा पीछे खिसक जाती है और ऋषभ को गुस्से में घूरने लगती है .....तभी पीछे से विहान कहता है ,
विहान - भाभी आपको नहीं पता ये दोनों बहुत बड़े वाले खडूस है ...
अवनी -(🙄) क्या....... क्या मतलब ???

( आनंद बीच में ही ) 

आनंद - ये ऋषभ भाई की जान है ......

( अवनी का फेस पूरे गुस्से में गर्म हो जाता है और वो रुमाल से अपना फेस पोछते हुए अंदर जाने लगती है तो वो लड़की ..अवनी के सामने आकर खड़ी हो जाती है ......दोनों एक दूसरे को देखने लगती  है तभी आनंद आकर उस लड़की के कंधे पर हाथ रखकर कहता है ,)

आनंद - और छोटा ऋषभ क्या हाल है ?

( वो लड़की मुस्कुराती हुई आनंद की तरफ देखती है और उसका हाथ पीछे से मोड़ते हुए कहती है ,)

लड़की - जरा अपना फोन तो चेक करना ...( गुस्से में ) कितने कॉल किया है ..अभी दू क्या ??
आनंद -( आह ) ओय छोटा ऋषभ ये मेरा हाथ छोड़ दो पहले....... बचपन वाली  आदत अभी तक नहीं गई ...

( अवनी हैरानी से मन में ही खुद से कहती है ये बचपन से इन लोगो के साथ है ...)

विहान - ये बड़ी ही कब हुई है ( हंसते हुए );

( वो लड़की आनंद का हाथ छोड़कर विहान का कान मरोड़ देती है वो भी तेज से ..और कहती है )

लड़की - आप ...आप तो चुप ही रहो सुतुर्मुर्ग 😕...घर पर चलो मां को बताती हूं..
विहान -( आह ) अब मैंने क्या कर दिया है....

( तभी अवनी आकर उस लड़की के सामने खड़ी हो जाती है और कहती है )

अवनी - ये आप क्या कर रही है .. ..कान छोड़िए मेरे देवर जी का ....

(  लड़की मुस्कुराती हुई ऋषभ की तरफ देखती है और कहती है भाई ......भाभी तो कमाल की है मेरी 😍 ....)

अवनी - ( हैरानी से ) भाई ...????
आनंद - हां भाई ........
अवनी - पर आपने तो कहा था कि ये ऋषभ जी की जान है ...
विहान - ये हम सबकी जान है 😍हां बस थोड़ी खडूस , अकडू है... बाकी है तो हमारी बहन ही ( लड़की की तरफ देखकर ) है ना बहन जी ...

( विहान कि पीठ पर मारकर ..….....कहती है हां भाई जान, फिर वो लड़की आकर अवनी को कहती है )

लड़की - हेलो भाभी मै छोटा ऋषभ ......मतलब संजना कश्यप ...आपकी ननद ।

(अवनी ...थोड़ा पीछे हट कर ऋषभ को देखने लगती है ....तब संजना कहती है )

संजना - क्या हुआ भाभी.......ओह कहीं आप ये  तो नहीं सोच रही की ये अचानक से ननद कहा से पैदा हो गई ?

अवनी - हां ...नहीं ..मेरा मतलब..

संजना -( मुस्कुराते हुए ) अरे मै आपकी छोटी सास .....
( आनंद बीच में ही ) 
आनंद -( हंसते हुए ) तुम कबसे छोटी सास बन गई 😂
संजना -( आनंद से ) कूटना है क्या मुझसे 🙄
...( अवनी से ) छोटी सास मतलब सपना जी की बेटी हूं 
अवनी - अच्छा .....
( सब लोग फिर फ्रेश होने के लिए चले जाते है और ऋषभ के कहने पर आदि भी वही रुक जाता है ....रात के 9 बजे तक सब लोग डिनर करने बैठते है तो संजना कहती है .......)

संजना - सुनो अपना रूल याद है ना सबको या भूल गए ?

(अवनी ..ऋषभ की तरफ देखने लगती है और फिर संजना को देखकर  मन में कहती है - ये सच मे ही छोटा ऋषभ  है ...इनके भी अपने रूल्स वाह ...)

ऋषभ - कुछ कहा आपने ?
अवनी - ( मुस्कुराते हुए ) जी यही की आपको अपने रूल्स याद रखने चाहिए ...क्यों ननद जी ?
संजना - you are right bhabhi ......
आनंद- (अपना प्लेट छुपाते हुए ) देखो मै अपना खाना नहीं दूंगा....
संजना - क्या बोले ...😡...
आनंद - कुछ नहीं कुछ नहीं ...........ये ठूस लो

( फिर आनंद , ऋषभ ....संजना को खिलाते है .....फिर संजना कहती है)

संजना - ( विहान से ) ओय शुतुरमुर्ग भाई क्या हुआ ? जल्दी से खाना तो खिलाओ ......
विहान -( प्लेट साइड करते हुए ) मेरा मन नहीं कर रहा है .....
आदि - अरे क्या हुआ भाई तुम ठीक तो हो ??

( विहान वहां से बिना खाए उठ कर अपने कमरे में चला जाता है तो संजना कहती है )

संजना - भाई ने नहीं खाया तो मै भी नहीं खाऊंगी ......
आनंद - मै भी नहीं ...
आदि - फिर मै क्या करूंगा खा कर.....

( ऋषभ भी प्लेट साइड करके वहां से चला जाता है ....सब लोग वहां से चले जाते है सिवाय अवनी और संजना के......)

संजना - ये लोग ऐसे ही है ....एक नहीं खायेगा तो कोई नहीं खायेगा ...😐
अवनी - हम्मम मै आती हूं...

( अवनी वहां से उठकर विहान के कमरे की तरफ चली जाती है ...नीचे संजना भी बिना खाना खाए टीवी देखने लगती है .....ऊपर कमरे में जब अवनी पहुंचती है तो देखती है कि विहान .......बालकनी में खड़ा है ..वो भागकर वहां जाती है और विहान को अंदर खिचकर रूम के सारी विंडोज़ बंद करके कर्तैन्स लगाकर कहती है )

अवनी - ये क्या कर रहे थे आप वहां .....बाहर इतनी ठंडी हवा चल रही है और आपको कोई फर्क ही नहीं पड़ता ....

( विहान कुछ नहीं कहता है )

अवनी - देवर जी क्या हुआ है आपको ?
विहान - ( सर लटकाए हुए ) भाभी ..मुझे कुछ अच्छा नहीं लग रहा है ...
अवनी - क्यों ?
विहान - टविंकि जी अचानक से चली गई ऐसा लग रहा कुछ गड़बड़ हुआ है उनके  साथ 
अवनी - ओह हो तो कॉल कर लो ना .…....
विहान - (अपना फोन दिखाते हुए कहता है कि ) ये देखिए 50 कॉल कर चुका हुआ......बार बार स्विच ऑफ आ रहा है ....

( अवनी देखती है ...फिर कहती है )
अवनी - मै पता करूंगी ...पर इससे पहले आप चलिए डिनर कर लीजिए ...
विहान - नहीं भाभी मन नहीं कर रहा...
अवनी - किसी ने डिनर नहीं किया है ...
विहान -( हैरानी से ) क्यों ????
अवनी - देवर जी ये तो आपको ही पता होगा ....
विहान - ये साले ऐसे ही है सब .....

(अवनी उसकी तरफ देखने लगती है तो कहता है )

विहान - ( हंसते हुए ) आपको और संजना को छोड़कर 😂
अवनी - तो फिर चलिए अब सब लोग .....वरना किसी का श्राप लग सकता है .......

( विहान हंसने लगता है और नीचे आकर डायनिंग टेबल पर  बैठकर सबको खाने के लिए बुला लेता है .......आनंद तो भागकर आता है और बैठते हूं कहता है )

आनंद - साले तू आ गया वरना मुझ भुक्कड़ को भूखे रखने का श्राप लगता है ......
संजना -( बैठते हुए ) मेरा भी......
विहान - ए ....एक तो ग्रहण पहले से ही लगा है ...ऊपर से तुम दोनो ...एक्स्ट्रा  डोज दे रहे 😕
आनंद - मै सिर्फ ज्ञान देता हूं..
आदि - ( हंसते हुए ) एक किलो ज्ञान देना .....
आनंद - क्या मोटा भाई ...आप भी ना ...( खाते हुए ) और अगली शादी किसकी है ??

( कोई कुछ नहीं कहता है तो आनंद कहता है )

आनंद - मतलब सबने कुंवारा ही मरने का प्लान बनाया है ..... 
(सब उसकी तरफ देखने लगते है तो वो कहता है )

आनंद - क्या ...क्या सब मुझे ऐसे क्यों देख रहे ? मै सबसे छोटा हूं ठीक है .....
संजना  - तुम बेरोजगार को अपनी बेटी कौन देगा ?

  (आनंद  चेयर से उठ कर किचन में जाता है और पूरे 10 मिनट बाद भेल - पूरी बनाकर सबके सामने रख देता है ....और कहता है )


आनंद - ये खाओ ..
संजना -( हंसते हुए ) वाह भाई ...मतलब आपने भेल - पूरी का स्टाल ओपन कर लिया है ...क्या बात है 😁
आनंद - रेस्टोरेंट में नौकरी करता हूं.......और मेरा मजाक बनाया  ना ठीक है ( सारी प्लेट्स उठाते हुए ) अब ये किसी को नहीं मिलेगा ....
विहान - भाई सुनो तो .....मजाक नहीं कर रहे (सबसे ) भला स्टाल लगाने में क्या बुराई 

( आनंद किसी की नहीं सुनता है और भेलपुरी किचन में रखकर डायनिंग टेबल पर आ जाता है ......सब अपना अपना खाने लगते है ....ऋषभ के रूल्स के हिसाब से अवनी ...उसी की प्लेट से खाती है जिसमे दोनों का रोटी को लेकर खिचा - खींची शुरू हो जाती है और इस चक्कर में रोटी का टुकड़ा उड़कर संजना कि प्लेट मे चला जाता है ......वो खाते हुए रुक जाती है और कहती है ,)

संजना - भाई - भाभी ...या तो आप दोनों खा लो या फिर खेल लो....

( दोनों फिर से खाने लगते है तो अवनी ...ऋषभ कहती  है )
अवनी - ये अपना बकवास सा रूल ख़तम कीजिए....
(ऋषभ कुछ नहीं कहता है )
अवनी - आपने कुछ सुना या नहीं ....

( ऋषभ को छोड़कर सब कहते है हमने सून लिया है .....)

संजना - ये आप दोनों तबसे क्या खूसुर - फुसुर कर रहे है .....
( अवनी कुछ कहने जाती है तो ऋषभ नीचे से उसका हाथ पकड़ लेता है ....जिसकी वजह से वो आंखे बड़ी करके ऋषभ की तरफ देखने लगती है ...... फिर वो  कहता है )

ऋषभ -  ( आनंद से ) कुछ पता चला ?
आनंद - अभी तक तो नहीं भाई ........
संजना - क्या नहीं पता चला ?
ऋषभ - अरे कुछ नहीं ......

(आदि बीच मे ही )

आदि - कल का क्या प्लान है ?
अवनी - अरे मै आप लोगो को एक बात बताना तो भूल ही गई ....
आनंद - क्या भाभी ..?
अवनी - कल खुशी .....जा रही है रोहन के साथ डेट पर ...
आनंद -( खाते हुए रुक कर ) क्या ...वो ऐसा कैसे कर सकती है 😕सब पता होने के बावजूद भी ...
अवनी - श्वेता आंटी ने कहा है .....
आनंद - ये आंटी भी ना ...इनकी घंटी बजा दूंगा 🙄....
अवनी - क्या बोले ??( घूरते हुए) 
आनंद - ( ही हूं) कुछ नहीं भाभी .......

(विहान चेयर से उठकर कहता है )
विहान - तो कल हम सुबह जाएंगे खुशी जी के घर ..और आंटी को वीडियो दिखाकर...रोहन का बैंड बजाएंगे....got it .
संजना  - nope bro ... और ये रोहन कौन है और खुशी कौन है ?

(आदि फिर सारी बात बताता है रोहन के बारे में और अवनी के साथ जितनी भी घटनाए हुई होती है ....और खुशी के बारे में भी )

संजना - वाह भाई मतलब दोनों लोगो ने घर के लिए बहुरिया पहले से ही खोज ली है ... (हंसते हुए ) पर दोनों में से किसी की नैया पार नहीं लग रही......

विहान - ( हंसते हुए ) 
ओय छोटा ऋषभ ..तुम ये आनंद की तरह कबसे बात करने लगी 
संजना - मूर्खो के साथ रहकर यही हाल होता है .....
आनंद - क्या बोली 😕

( सब लोग हंसने लगते ऋषभ को छोड़कर ......फिर संजना कहती है )

संजना - भाई ..आज मै भाभी के साथ सोऊंगी ......

(ऋषभ पानी पी रहा होता है इतना सुनते ही उसके मुंह से पानी बाहर निकल जाता .....वो मुंह साफ करते हुए कहता है )

ऋषभ -( मुस्कुराते हुए ) जैसा तुम चाहो .....
( संजना चेयर से उठकर ऋषभ को पीछे से गले लगा लेती है और कहती है ...)
संजना - थैंक्स भाई ...( अवनी को देखकर ) आज मै और  भाभी खूब मजे करेंगे ....
आनंद - भाई लोग  आज हम चारो साथ मे सोए क्या ...
ऋषभ - नहीं ...

(आनंद ...ऋषभ को पकड़कर हां भाई हां ....ऋषभ इतना करने पर मान जाता है )

(अवनी मुस्कुराने लगती है ...फिर सब लोग अपने कमरे में चले जाते है और संजना..फिर से टीवी देखने लगती है .....अवनी रूम मे जाती है तो देखती गई कि ऋषभ ड्रेस चेंज कर रहा है ...वो अपनी आंखे बंद कर लेती है और कहती है ,)
अवनी - मै बाद में आती हूं ...
ऋषभ -( अवनी का हाथ अपनी तरफ खींचकर ) कही जाने की जरूरत नहीं है ...
अवनी - हुह ये आप रूल्स ख़तम कर दीजिए ना ..
ऋषभ - नहीं कर सकता ..
अवनी - कर दीजिए ...वरना .
ऋषभ -( अवनी को अपने करीब खीचकर ) वरना क्या ...

( अवनी की धड़कने तेज हो जाती है .....ऋषभ उसके फेस की तरफ बढ़ने लगता है .....अवनी की सांसे तेज हो जाती है .....वो सकपका कर अपनी आंखे बंद कर लेती है तभी .....एक आवाज आती है )

(ओह नो )

( दोनों देखते है कि संजना सामने दरवाजे पर खड़ी है )
संजना -( आंखे बंद करते हुए ) सॉरी सॉरी ...कुछ नहीं देखा मैंने ..प्लीज़ कंटिन्यू योर रोमांस .....

( ऋषभ ...अवनी से दूर हो जाता है और अपना लैपटॉप लेकर  वहा से चला जाता है .......अवनी भी सर नीचे करके बाथरूम मे घुस जाती है .....….... फेस वॉश करके जब बाहर आती है तो देखती है कि संजना ने पूरा बेडसीट ही रेड कलर में  चेंज कर दी हैं .......


.वो संजना से कहती है )

अवनी - ये आपने क्या किया ....ऋषभ जी को ये पसंद नहीं आएगा ...
संजाना -.ये तो भाई का फेवरेट कलर है........

( अवनी अच्छा कहकर रूम का डोर बन्द करने जाती है तो ऋषभ आ जाता है .....वो वहीं रुक जाती है....संजना जब देखती है तो कहती है ,)
संजना - क्या हुआ भाई ...कहीं मै आपके रोमांस मे हड्डी तो नहीं बन रही ( हाहा😂)

( ऋषभ अपना फोन लेता है और वहां से चला जाता है .......अवनी भी बेड पर आकर लेट जाती है और सोचने लगती है कि ( इनकी हरकते तो बिल्कुल आनंद की तरह है फिर ये छोटा ऋषभ कैसे .....) 
संजना - क्या हुआ भाभी ...भाई की याद आ रही है क्या ?? 
अवनी - हां ...अरे नहीं ...वो तो मै बस सोच रही थी कि आपको सब छोटा ऋषभ क्यों कहते है?
संजना - ये बात तो आप विहान भाई से ही पूछ लीजिएगा 😄....
अवनी - अच्छा ....
संजना - वैसे आपका हाथ कैसा है अब ?
अवनी - ठीक है अभी .....
संजना - जिसने भी आपके साथ ये किया है ना उसकी तो .......
अवनी - नहीं पता किसने किया है ...
संजना - भाई ने ये काम पुलिस को क्यों नहीं दिया ...
अवनी - नहीं पता......वैसे आप शादी में क्यों नहीं आई थी ?
संजना - सब भाई की गलती थी ....उन्होंने इतनी जल्दबाजी में शादी की ...तो मै आ ही नहीं पाई ऊपर से कॉलेज में एग्जाम्स भी शुरू हो गए थे ....पर डोंट वरी अब मै खूब मजे करूंगी ...(हंसते हुए ) भाई से एक एक बदला लूंगी ......
😂

(अवनी हंसने लगी है )

संजना - वैसे भाभी आपकी और भाई तो  जोड़ी कमाल की है ...

( अवनी कुछ नहीं कहती है )

संजना - एक सवाल पूछू ? आप प्यार करते हो ना ???

( अवनी फिर से कुछ नहीं कहती है तो संजना ...दो - तीन बार पूछती पर ...कोई जवाब नहीं मिलने पर लाइट ऑन करके देखती है कि अवनी सो रही है ....)

संजना -( मुस्कुराते हुए ) गुड नाईट भाभी .....

( फिर वो लाइट बन्द कर देती है ...संजना के सोने के थोड़ी देर बाद अवनी जागती है और संजना की तरफ देखकर कहती है )

अवनी - जिस दिन आपके सवाल का जवाब उनसे मिल जाएगा ना ....तो फिर सबसे पहले आपको बताऊंगी..

( फिर वो भी सो जाती है .......रोज की तरह आज रात भी 
अवनी ....संजना को ऋषभ समझकर लात मारकर बेड से नीचे गिरा देती है ...संजना हड़बड़ा कर आंखे खोलती है और अपनी कमर को सहलाते जुर कहती है )

संजना - भाभी ये क्या था ....आह मेरी कमर...

( वो खड़ी होकर लाइट ऑन करती है और देखती है कि  अवनी मुस्कुराते हुए सो रही )

संजना -( मुस्कुराते हुए ) क्या भाभी .....सपने में भैया को मार रही थी क्या..

( वो फिर खड़ी होती है और लाइट ऑफ करके फिर से सो जाती है .......थोड़ी देर सोने के बाद अवनी ..फिर से उसे एक लात मारती है ...तो वो घबराकर अपनी आंखे खोलती है और अपना दिमाग ठंडा करते हुए कहती है )

संजना - भाभी ...आप चिंता मत करिए ...मै अभी भाई को भेजती हू.........

( वो अपना तकिया लेती है और वहां से सीधे ऋषभ जहां सोया होता है ...उसे एक तकिया मारकर कहती है )

संजना - भाई जाकर अपनी बहुरिया को संभालो ....

( ये सुनते हुए सब जग जाते है)

संजना - अरे मैंने भाई की वाइफ की बात की है आप लोगो  का नहीं .....
विहान - भाभी ठीक है ना ?
आनंद - अकेला क्यों छोड़ कर आईं तुम 😕
संजना - शांत रहो भाईयो ....भाभी ठीक है ..और मै सिर्फ ऋषभ  भाई को बुलाने आई थी ....

( ये सुनते ही तीनों कबल ओढ़कर सो जाते है ....संजना उन्हे हैरानी से देखने लगती है और फिर तकिया वापस लेकर नीचे रूम में चली जाती है ....ऋषभ फिर अपने कमरे में जाता है तो देखता है कि अवनी पूरे बेड पर ही  फैल कर सोई है तो वो (मुस्कुराते हुए एक पिक क्लिक करता है और सोफे पर जाकर सो जाता है )


*****


अगली सुबह अवनी तैयार होकर जब नीचे जाती है तो देखती है कि संजना अपनी कमर पकड़ कर चल रही है .....वो उसके पास जाकर कहती है ,
अवनी - ये आप ऐसे क्यों चल रही है ?
संजना - ( मुस्कुराते हुए ) गुड़ मॉर्निंग भाभी ....वो बस बेड से गिर गई थी कल रात ......
अवनी - अरे फिर मुझे जगाया क्यों नहीं .....
संजना - ( हंसते हुए )अब ठीक हूं भाभी....

( संजना वहां से किचन में चली जाती है तो ऋषभ ...अवनी के पास से गुजरते हुए कहता है ,)
ऋषभ - कल रात कितनी लाते दी थी ...?
अवनी - क्या मतलब....( हैरानी से ) 
( ऋषभ मुस्कुराते हुए वहां से चला जाता है तो अवनी सोचने लगती है आखिर किया क्या है उसने ......तभी जाते हुए ऋषभ ...विहान को एक लात लगाता है तो अवनी देख कर अपने माथे पर मारती है और कहती है - ओह नो क्या कर दिया मैंने .......( वो घबराकर सोचने लगती है कि संजना क्या सोचेगी उसके बारे में ) ,

विहान - लात क्यों मारा ?
ऋषभ - तुम्हे तैयार कर रहा हूं युद्ध के लिए .....
विहान - ओह ...समझ गया ...
( सब लोग फिर ब्रेकफास्ट करते है और जल्दी से श्वेता जी के घर के लिए निकल जाते है ....पहुंचकर वो बेल बजाते है श्वेता जी दरवाजा खोलती है तो आनंद पूछता है ,)

आनंद - मॉम ...आई मीन आंटी जी खुशी जी कहा है ??
श्वेता जी -( मुस्कुराकर ) वो तो बाहर गई है रोहन के साथ ,

फिर वो  उन्हें अंदर आने के लिए बोलती है ..….....कोई अंदर ना जाकर श्वेता जी को बाहर कर लेते है और वही खड़े खड़े ही आनंद श्वेता जी को सारी फोटोज और विडियोज दिखाता है ......... श्वेता जी हैरान हो जाती है  और कहती है ,

श्वेता जी - ऐसा कैसे हो सकता है 😕..रोहन धोखा कैसे दे सकता है .....वो तो मेरी दोस्त का बेटा है ...
आनंद -( गुस्से में ) मॉम ...आंटी को मारिए गोली ..पहले बताइए वो कौनसे रेस्टोरेंट में गए है ......

( तभी अंदर से एक लड़की आती है और श्वेता जी को अंदर  बिठा कर आकर  कहती है ,)
लड़की - ( आनंद से ) हेलो जीजू मै नैंसी .....अब इंट्रो बाद में पहले ये दीदी की लोकेशन..देख लीजिए .....

( सब हैरानी से उसे देखने लगते है और आनंद तो बड़ी बड़ी आंखें करके देखने लगता है तो वो कहती है )

नैंसी - अरे जीजू ऐसे ही खड़े रहोगे तो वो आपकी दुल्हनियां को लेकर फरार हो जाएगा ......

( सब एक दूसरे को देखते है और फिर नैंसी ... श्वेता जी को बताकर ..उन लोगो के साथ बाहर आ जाती है ...संजना कार के सामने खड़ी होती है ....)
ऋषभ - तुम यहां ?
संजना - भाई ....अब चलो वरना भाभी गई .....

( फिर सब लोग कारो में बैठते है और हाईवे कि तरफ वाले रोड पर निकल जाते है .....


दूसरी तरफ 

रोहन ....खुशी को रेस्टोरेंट ना लेजाकर एक सुनसान रोड पर ले जाने लगता है......वो इधर - उधर देख कर कहती है ,
खुशी - ये हम कहा आ गए ?

( रोहन गाड़ी चलाते हुए कोई जवाब नहीं देता है)

खुशी - रोहन जी ये आप मुझे कहा लेकर जा रहे ....गाड़ी रोकिए .......
( रोहन गाड़ी रोकता है और कहता है )
रोहन - अब तो तुम सब जानती हो मेरे बारे में ?
खुशी -( डरते हुए ) क्या....क्या मतलब 
रोहन - ( खुशी के करीब आकर ) तुम्हारी उस बंदरो की टोली ने तो सब पता ही कर लिया है मेरे बारे .....😡😡😡
अब तुम नहीं बाचोगी मेरे हाथों से ....

( खुशी डरते हुए ...उसके फेस पर एक हाथ मारती है और कार का डोर खोलकर जाने लगती है तो रोहन उसकी चुन्नी पकड़ लेता है,)
खुशी - चुन्नी छोड़ो ......
रोहन - ( चुन्नी को अपनी तरफ खींचते हुए ) अब तो मै तुम्हे ही नहीं छोडूंगा ...(हाहाहहाहा 😂) 

( खुशी चुन्नी छोड़कर भागने लगती है तो वो पीछे से पकड़ लेता है ....और उसके बाजू का कपड़ा फाड़ देता  है ....खुशी रोते हुए मदद के लिए  पुकारने लगती है .....)
रोहन -( हंसता हुए) अब तुम्हे मुझसे कोई भी नहीं बचा पाएगा ......

( तभी उसे पीछे से एक खूब जोरदार चाटा लगता
है ....जिसकी वजह से वो वहीं धड़ाम से गिर जाता है और देखता है कि सामने आनंद खड़ा है और उसकी  आंखे - पूरा फेस गुस्से में लाल है ..…आनंद फिर रोहन को उठाता है ,और एक घुसा मारता है .....पीछे से अवनी आकर खुशी को गले लगा लेती है ...और खुशी उसे पकड़ कर रोने लगती है .........विहान और आदि....मोटा डंडा लेकर आते है और रोहन को खूब पीटते है.....पर आनंद सबको साइड करके खुद रोहन को खूब लात - घुसे मारता है........नीचे पड़े रोहन की हालत बुरी हो जाती है ..........तभी सामने से होटल का मैनेजर आकर कहता है ,
मैनेजर- बॉस आपका सामान ......

( ऋषभ को वहां देखकर रुक जाता और भागने लगता है तो ऋषभ , संजना और नैंसी उसे पकड़ लेते है और उसकी भी खूब पिटाई करते है ................तभी रोहन नीचे लेटे हुए ही धूल उठाता है और आनंद की आंखो मे डालकर भागने लगता है रोड पर ..............सब हड़बड़ा जाते है और रोहन के पीछे भागने जाते है तो देखते है कि ऋषभ अपनी जगह से हिल भी नहीं रहा......


- सब उसे हैरानी से देखने लगते है .....


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5 Comments

shweta soni

27-Jul-2022 06:42 AM

Nice 👍

Reply

अफसाना

20-Feb-2022 04:03 PM

बहुत अच्छा, आदि, विहान आनंद बेचारे रोहन की तो बैंड ही बज दी पढ़ कर मजा आ गया। अब रही सही कसर ऋषभ कर देगा बहुत बढ़िया। आप सच मे अच्छा लिखती हैं।

Reply

Bahut bahut achchi khani h apki.

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